Homeआविष्कारबल्ब का आविष्कार | bulb ka avishkar

बल्ब का आविष्कार | bulb ka avishkar

बल्ब का आविष्कार किसने किया था

दोस्तों आपके मन में कभी ना कभी जिज्ञासा हुई होगी की यह बल्ब पहले नहीं था तो मानव कैसे रात को अपना कार्य पूरा करते थे? रोशनी की व्यवस्था कैसे करते थे? और बल्ब का आविष्कार किसने किया? आदि कई सारे प्रश्न आपके दिमाग में आते होंगे तो दोस्तों आइए विद्युत बल्ब के बारे में पूरी जानकारी लेते हैं. 

बहुत समय पहले लोग घरों में रोशनी के लिए क्या करते थे?

बल्ब के आविष्कार होने से पहले एक समय ऐसा भी था जब लोग प्रकाश के लिए दिए,मिट्टी के तेल से जलने वाले ढ़िबरी, लालटेन ज्यादा उपयुक्त था जोकि घर और बाहर दोनों काम आता था .चांदनी रात में चंद्रमा का भी सहारा था .

विद्युत बल्ब का आविष्कार कब हुआ?

महान वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन बल्ब को बनाने में हजार बार असफल हुए थे।कई बार  निराशा  फिर भी और लगातार प्रयास करते रहे और बल्ब  बनाने में सफलता मिली जिससे उस वैज्ञानिक की    इस बल्ब की खोज से  पूरी दुनिया में एक नहीं पहचान मिली और आज पूरी दुनिया जगमगा रही है वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन को 1880 में एडिसन को बल्ब का पेटेंट मिला था।

थॉमस अल्वा एडिसन ने बल्ब का फिलामेंट बनाने के लिए दो हजार अलग-अलग सामानों को आजमाया था। एडिसन ने  27 जनवरी 1880 को बिजली के बल्ब को पेटेंट कराया था।

बल्ब क्या है? 

बल्ब को हम इन्कैंडिसेंट लैम्प, शीशबत्ती, तापदीप्त लैम्प कहते है। यह तापदीप्ति के द्वारा प्रकाश उत्पन्न करता है।  गरम होने के कारण प्रकाश का उत्सर्जन होता है, तापदीप्ति (incandescence) कहलाता है। जिसके अंदर एक बहुत पतला सा फिलामेंट होता है जब धारा फिलामेंट के अंदर से गुजरती है तब फिलामेंट गर्म हो कर प्रकाश उत्पन करती है।

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