क्यूआरकोड क्या है, के बारे में जानकारी, इतिहास, उपयोग, कैसे बनाते हैं, कैसे काम करता है, मशीन, तरीका, स्कैन कैसे करें [Qrcode in Hindi] (Generator, Use, free Online, Machine, How to make, Scan)
आप सभी ने कभी न कभी QR codes को कहीं न नहीं जरुर देखा होगा. छोटे चौकोर आकार के बक्से जिसमे की कुछ अजीब सा pattern बना होता है.क्यूआर कोड को किसी विज्ञापन (Advertisement) या किसी उत्पाद (Products) के ऊपर जरुर देखा होगा. और कई बार क्यूआर कोड को स्कैन करती हुई देखा भी होगा.क्या आप जानते हैं क्यूआर कोड क्या होता है? इसका आविष्कार किसने किया है? इसका उपयोग कैसे करते हैं?
QR Code क्या है
QR Code क्यूआर कोड का फुल फॉर्म क्विक रिस्पॉन्स कोड (Quick Response code) जिसे सबसे पहले Japan में develop किया गया था ये दिखने में स्क्वायर बारकोड (Square Barcode) की तरह ही हैं यह दिखने में traditional UPC barcodes horizontal lines की तरह हैं.लेकिन यहां बारकोड यूपीसी बारकोड से तेज पड़ता है और ज्यादा मेमोरी स्टोर करता है इसीलिए यहां क्यूआर कोड बारकोड से अधिक लोकप्रिय है और पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा यूज किया जाता है
इस क्यूआरकोड रीडर में किसी भी लोकेटर (यूआरएल), पहचानकर्ता (व्यक्ति) और ट्रैकर (एक प्रकार का कोड) का डेटा छिपा होता है। जिससे कोई भी वेबसाइट या मोबाइल एप्लीकेशन खुल जाती है।
बारकोड में ज्यादा से ज्यादा इंफॉर्मेशन स्टोर किया जा सकता है इसके साथ ही क्यूआर कोड को आसानी से कैप्चर किया जा सकता है और यहां ज्यादा अट्रैक्टिव है
QR Code एक 2D Barcode होता है. जो विभिन्न प्रकार कि जानकारी जैसे – PlanText, link, SMS text message, address, URL, phone number, contact number आदि को स्टोर करके रखता है.
QR Code की खोज किसने की
1994 में कार निर्माता टोयोटा समूह के एक जापानी सहायक डेन्सो वेव द्वारा डेवलपमेंट किया गया था. अतः उन्हें ही QR Code केअविष्कारक के रूप में जाना जाता है.
डेन्सो वेव Company के विभिन्न पार्ट्स को Track करने के लिए QR Code बनाया गया था लेकिन जब दुनिया को यह टेक्नोलॉजी के बारे में पता लगने लगा तो इसकी उपयोगिता बढ़ने लगी और आज लगभग सभी कंपनियां इसका उपयोग करती है
QR Code के उपयोग
1 क्यूआर कोड के अंदर हम किसी वेबसाइट का यूआरएल भी डाल सकते हैं जिसे अगर कोई व्यक्ति जानकारी पाने के लिए क्यूआर कोड स्कैन करे तो वह कंपनी की सारी जानकारी उसके मोबाइल में दिखाई देगा .
2क्यूआर कोड को बिजनेसकार्ड के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें हमारी पूरी जानकारी डाली गई हो
3 क्यूआर कोड को हम अपने लोकेशन को गूगल मैप के जरिए लिंक कर सकते हैं
4 क्यू आर कोड में हम अपनी वेबसाइट का लिंक जोड़ सकते हैं और ऐप का लिंक जोड़ सकते हैं जिससे लोग हमारी वेबसाइट में है और ऐप का इस्तेमाल कर सकें
5 यह क्यूआर कोड में किसी भी प्रकार की वस्तु या प्रोडक्ट की पूरी जानकारी दे सकते हैं
6यह क्यूआर कोड में किसी भी प्रकार का संदेश भेज सकते हैं
7 क्यूआर कोड को सबसे ज्यादा ऑनलाइन पेमेंट में उपयोग किया जाने लगा जिसमें पे करने वाले को जानकारी देने की जरूरत नहीं वहां अपनी मोबाइल में गूगलपे, पेटीएम को ओपन करें और स्कैन एनी क्यूआर कोड पर क्लिक करें,इसके बाद आप आसानी से पेमेंट कर सकते हैं.
8 क्यूआर कोड का इस्तेमाल असीमित कर सकते हैं जितनी बार चाहे आप इसे उपयोग कर सकते हैं और बना भी सकते हैं
क्यूआर कोड कितना सुरक्षित है
क्यूआर कोड वैसे तो काफी हद तक सिक्योर माना जाता है लेकिन पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है. इस क्यूआर कोड के जरिए यूजर की फोन में नुकसानदेह कोड को डाला जा सकता है और अटैकर की मदद से यूजर को ट्रैक किया जा सकता है. अगर आप बिना सोचे समझे किसी भी क्यूआर कोड को इस्कैन कर लेते हैं तो सावधान आप की गोपनीयता(privacy) खतरे में पड़ सकती है.
क्योंकि क्यूआर कोड रीडर के पास कैमरा से लेकर फुल इंटरनेट एक्सेस, नेटवर्क, कांटेक्ट, स्टोरेज रीड/ राइट, डाटा ब्राउजिंग, हिस्ट्री जीपीएस और ग्लोबल सिस्टम जैसे ढेर सारी परमिशन होती है. इसके सहारे यूजर्स का सारा डाटा या फिर जासूसी की जा सकती है. साथी डिवाइस से आपका डाटा चुराया जा सकता है. क्योंकि बाहर से देखने से या पता नहीं लगाया जा सकता कि, क्यूआर कोड के अंदर क्या छुपा है इस क्यूआर कोड के अंदर कुछ भी हो सकता दुर्भावनापूर्ण कोड हो सकती है. या कोई यूआरएल हो सकता है जो किसी जावास्क्रिप्ट कोड को होस्ट कर सकता है और हमारी डिवाइस यह सिस्टम में कब्जा कर सकता है. और फायदा उठा सकता है.
क्यूआर कोड से आपके बैंक डिटेल भी लिख हो सकती है, वह कैसे? आजकल कई सारे क्यूआर कोड आ चुके हैं .फोन पे, पेटीएम, गूगलपे पर कई सारे वेबसाइट के क्यूआर कोड, पर यहां सारी क्यूआर कोड जरूरी नहीं कि सही होंगे. साइबर क्रिमिनल क्यूआर कोड को कोई भी दुकान कोई भी पोस्टर आदि कई जगहों पर चिपका दिया करते हैं. और इसी की वजह से आप कोई वेबसाइट कि बारकोड कोई स्कैन कर रहे हो. इससे आपका बैंक खाता खाली हो सकता है इससे बचने के लिए आप वेरीफाइड वेबसाइट की क्यूआर कोड को ही स्कैन करें फोनपे, गूगल पे, पेटीएम, यह जितने भी मेजर कंपनियां है बस इन्हीं की क्यूआर कोड को ही स्कैन करें और यहां क्यूआर कोड कोई दुकानदार के द्वारा या फिर कोई सॉलिड जगह लगा हो उसी को स्कैन करें. आप कोई भी रास्ते में चिपका हुआ बारकोड या पढ़ा हुआ बारकोड स्कैन करने से बचें धन्यवाद.